विद्रोह भरा इस मन मैं क्यों
दुनिया से लड़ने को आतुर क्यों
विश्व धरा संघर्ष क्षेत्र
संघर्ष से आखिर डरते क्यों
रीति रिवाज पुराने सदियों
समय की धारा स्थिर क्यों
जीवन का सत्य बदलना हैं
फिर परिवर्तन से डरते क्यों
भय बसेरा किये जो मन मैं
दिल की आवाज न सुनते क्यों
ब्रहमांड रीत बस हैं चलना
अनिश्चितता से डरते क्यों
आराम शब्द मैं राम छुपा
आराम का ये गुडगान हैं क्यों
द्रण मेहनत का परिणाम सफलता
मेहनत से फिर ये डरते क्यों
उठो रे मानव बाहर निकलो
इस कायरता को त्यागो ना क्यों
संघर्ष करो दुनिया बदलो
कुछ खोने से तुम डरते क्यों
दुनिया से लड़ने को आतुर क्यों
विश्व धरा संघर्ष क्षेत्र
संघर्ष से आखिर डरते क्यों
रीति रिवाज पुराने सदियों
समय की धारा स्थिर क्यों
जीवन का सत्य बदलना हैं
फिर परिवर्तन से डरते क्यों
भय बसेरा किये जो मन मैं
दिल की आवाज न सुनते क्यों
ब्रहमांड रीत बस हैं चलना
अनिश्चितता से डरते क्यों
आराम शब्द मैं राम छुपा
आराम का ये गुडगान हैं क्यों
द्रण मेहनत का परिणाम सफलता
मेहनत से फिर ये डरते क्यों
उठो रे मानव बाहर निकलो
इस कायरता को त्यागो ना क्यों
संघर्ष करो दुनिया बदलो
कुछ खोने से तुम डरते क्यों
No comments:
Post a Comment